IMD ने किया सावधान, गाय-भैंस को रोगो से ऐसे बचाएं, जाने कैसे।
जैसा कि आपको बता दे की बरसात हो जाए गर्मी हो चाहे कोई सा भी मौसम आप पशुओं को बचाना काफी ज्यादा जरूरी होता है अधिकतर की बरसात के मौसम में पशुओं को बचाना की काफी ज्यादा आवश्यकता होती है क्योंकि बरसात के टाइम पर कीड़े मकोड़े काफी ज्यादा पैदा होते हैं पशुपालन में फायदा तभी है जब पशु सेहत मंत्र है अगर अपने जो अपन जानवर पाल रहे तो अगर वही है अगर अच्छे नहीं रहेंगे तो कोई मतलब नहीं है ,बता दे की लेकिन मौसम के बदलाव पर इंसानों के साथ-साथ पशुओं का भी सेहत काफी ज्यादा असर पड़ता है जिसमें IMD में सूचना दी गई है जैसे-जैसे देश भर में मानसून की एंट्री हो रही है गाय भैंसों और मुर्गियों में भी रोग फैलने की संभावना है जिसमें से उन बीमारियों का नाम के अलावा उपाय भी बताए गए हैं तो चलिए जानते हैं की बरसात हो गर्मी में पशुओं को कौन से रोगों से हो सकते हैं और कैसे बचा सकते हैं।
इन रोगो से पशुओं को ऐसे बचाएं
खुरपका-मुंहपका रोग,लंपी स्किन डिज़ीज़ ,निमोनिया,परजीवी, यह कुछ बीमारी है जो पशुओं को कई बार हो जाती है जिस कारण पशुओं में बीमार हो जाते हैं दूध देना बंद कर देते हैं और कई पशु मर भी जाते हैं तो इन बीमारियों से बचाने के लिए आप कुछ समय पहले भीषण गर्मी पड़ रही थी। अब थोड़ी बहुत ठंडक है। लेकिन दिन के समय तेज धूप होने से गर्मी बरकरार रहती है। इस तरह पशुओं की सेहत पर भी ध्यान देना होगा। तो पशुपालको के लिए आईएमडी ने यह सूचना दी है कि संक्रामक रोग फैल सकते हैं। जिसमें बताया गया है कि एफएमडी, बिक्यू के साथ-साथ एचएस की तरह संक्रामक रोग फैलने का खतरा मंडरा रहा है। पशु के उपचार के लिए एन्टीबायोटिक व एन्टीबैकटीरियल टीके लगाए जाते है अन्यथा पशु की मृत्यु हो जाती है। इस रोग की रोकथम के लिए रोग- निरोधक टीके जिसका पहला टीका तीन माह की आयु में दूसरा टीका व माह में तथा फिर हर साल टीका लगवाना चाहिए। यह टीका निशुल्क विभाग द्वारा लगाए जाते हैं।
यह भी पढ़े इस नस्ल का पालन कर कमाइए लाखों रूपये, 12 लीटर तक देती है दूध, पढ़िए इस नस्ल का नाम