मुर्रा भैंस को टक्कर देती है इस नस्ल की तगड़ी भैंस, जाने इस नस्ल का पालन कैसे करते है

By Soumya thakur

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मुर्रा भैंस को टक्कर देती है इस नस्ल की तगड़ी भैंस, जाने इस नस्ल का पालन कैसे करते है

मुर्रा भैंस को टक्कर देती है इस नस्ल की तगड़ी भैंस, जाने इस नस्ल का पालन कैसे करते है।

नमस्ते दोस्तों हम आज बात कर रहे हैं मुर्रा भैंस की मुर्रा भैंस को टक्कर देने आई है इस नस्ल की तगड़ी पैसा आपको बता दे आजकल खेती किस इसके साथ-साथ कई किसान पशु पालन भी करते नजर आ रहे हैं उनको पशुपालन में भी काफी ज्यादा प्रॉफिट देखने को मिल रहा है लेकिन इस देश में पशुपालन सर्दियों से हो रहा है और इसमें डेरी व्यापार बहुत ज्यादा लोकप्रिय है व्यापार के लिए डायरी में गए और भैंस पालन करना एक तगड़ा विकल्प माना जाता है आजकल के समय में लोग देरी से जुड़ी हुई काम करके अपना लाखों करो पैसा कमा रहे हैं जैसा आपको बता दे कि इसके लिए आपको एक अच्छी नस्ल का चुनाव करना काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। जैसा की आपो बता दे मेहसाणा भैंस बहुत अच्छी नस्ल है। चलिए जानते है कैसे करना है इस नस्ल का पालन।

मेहसाणा भैंस पालन कैसे करे

इस भैंस के का पालन करना भारतीय डेयरी उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है में राणा भैंस जिसे मेहसाणा के नाम से जाना जाता है और आपको बता दे की मुख्य रूप से गुजरात में पाई जाती है इस नुस्खे की बहन सूर्य उच्च दूध उत्पादन देने के लिए प्रसिद्ध है आपको बता दें इस मैच का पालन करने के लिए भैंस के लिए साफ सफाई और हवादार और खुले आसपास का वातावरण बहुत ही अच्छा माना जाता है सही स्थान पर चराई की व्यवस्था रखें और संतुलंत आहार प्रदान करें जिसमें हरी चारा अनाज खनिज और विटामिन शामिल हो पर्याप्त पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें और नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण कराना जरूरी है लोगों को रोकथाम के लिए भी उचित ध्यान देना चाहिए दूध निकालने के समय साफ सफाई का ध्यान रखें उचित तकनीक का प्रयोग करके ही दूध निकल इस तरीके से आप अपनी भैंस का पालन कर सकते हैं।

पालन के फायदे

उच्च दूध उत्पादन के कारण किसानों को अच्छा आर्थिक लाभ होता है। दूध और उससे बने उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण, मेहसाणा भैंस पालन एक स्थायी व्यवसाय बन सकता है। मेहसाणा भैंस के दूध में आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। भैंसों के लिए साफ, हवादार और सूखे आवास की व्यवस्था करें। सही स्थान पर चराई की व्यवस्था करें।

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