वरदान है ये जंगली फल, 80 की उम्र में भी होगा जवानी का आगमन, शुरू कीजिये इस फल का सेवन।
जंगल जलेबी
जंगल जलेबी, जिसे “तिनसुकिया” या “जंगली जलेबी” भी कहा जाता है, एक औषधीय पौधा है। जंगल जलेबी का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करती है, जिससे संक्रमणों से बचाव होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है। इसकी पत्तियों का रस घावों और त्वचा की समस्याओं के इलाज में उपयोगी होता है। यह रक्त को शुद्ध करने में सहायक होती है, जिससे त्वचा पर चमक आती है। जंगल जलेबी का सेवन सर्दी और जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायक होती है, जो वजन प्रबंधन में मदद कर सकती है। इसकी पत्तियों या जड़ों का रस बना कर पीया जा सकता है, या सूखी पत्तियों को चाय में डालकर सेवन किया जा सकता है।
सेवन किस तरह करना है सेवन
जंगल जलेबी की ताज़ी पत्तियों को अच्छे से धोकर, ब्लेंडर में पीसें और इसका रस निकालें। इसे सुबह खाली पेट पीना फायदेमंद होता है। रस को थोड़ा पानी मिलाकर भी पिया जा सकता है, जिससे इसका स्वाद हल्का हो जाए। सूखी पत्तियों को एक कप पानी में उबालें। 10-15 मिनट तक पकने दें। इसे छानकर शहद या नींबू के साथ सेवन करें। सूखी पत्तियों को पीसकर पाउडर बना लें। इसे गर्म पानी या दूध में मिलाकर पिया जा सकता है। जंगल जलेबी की जड़ या पत्तियों को अन्य औषधीय जड़ी-बूटियों के साथ मिलाकर काढ़ा बनाएं। इसे दिन में एक या दो बार पिएं। इसके पत्तों का उपयोग सब्जी या चटनी में किया जा सकता है। इसे अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर पकाएं। शुरुआत में थोड़ी मात्रा से शुरू करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं। किसी भी स्वास्थ्य स्थिति के लिए सेवन करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लें।