शरीर रक्षा कवच बन आयी ये जड़ी बूटी, बड़ी सी बड़ी दवाई इस जड़ी के आगे फेल, जानिए इस जड़ी बूटी का नाम।
दोस्तों आज जिस जड़ी की बात कर रहे है उस जड़ी बूटी का नाम पिप्पली है इस पौधे में कई बिमारियों का इलाज होते है वैसे तो मसलों में भी इसका उपयोग होता है लेकिन इसकी औषधि से कई खतरनाक बिमारियों को भी ठीक करा जाता है। ये पौधा मलेशिया,नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर, अफगानिस्तान, पाकिस्तान के जंगलों में पाया जाता है। हम बात कर रहे है पिप्पली के पौधे की इसके फलों में बहुत पौष्टिकता होती है।
पिप्पली पाउडर का सेवन अपने रेचक गुण के कारण मल त्याग को बढ़ावा देकर कब्ज के प्रबंधन में उपयोगी हो सकता है। पिप्पली दांत दर्द के इलाज में भी फायदेमंद हो सकती है। पिप्पली पाउडर को शहद के साथ मिलाकर मसूड़ों और दांतों पर मलने से दांतों में दर्द और सूजन कम होती है क्योंकि इसमें कफ को संतुलित करने की प्रकृति होती है।
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इस जड़ी बूटी के फायदे
कब्ज की समस्या होने पर कब्ज की समस्या में भी पिप्पली के गुण काम कर सकते हैं। खांसी के लिए अपच के लिए नींद न आने की समस्या के लिए। मोटापा से भी राहत इस जड़ी बूटी के कई तरह के फायदे आपको देखने को मिलेंगे जैसे की इसका उपयोग अक्सर खांसी, अस्थमा, अपच और संधिशोथ से जुड़े लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर पाउडर, काढ़े के रूप में सेवन किया जाता है, या आयुर्वेदिक योगों जैसे चूरस (पाउडर मिश्रण) या औषधीय तेलों में शामिल किया जाता है, पिप्लामोल स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक प्राकृतिक और समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।
उपयोग
एक कप गुनगुने पानी में 1 चम्मच पिप्पली पाउडर, हल्दी पाउडर, सोंठ पाउडर और 1 चम्मच शहद मिलाएं। अब इस हर्बल काढ़ा का सेवन करें। यह खांसी और कंजेशन से राहत देता है और श्वसन पथ से जमा कफ को हटाने में भी मदद करता है। तो, इस प्रकार से दोनों ही स्थितियों में पिप्पली का सेवन फायदेमंद है।
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