नागिन जैसी श्रींलका की मशहूर सब्जी, कराती है लबालब कमाई, बड़े-बड़े लोग करते है अपनी डाइट में शामिल, जाने इस सब्जी के फायदे

By Soumya thakur

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नागिन जैसी श्रींलका की मशहूर सब्जी, कराती है लबालब कमाई, बड़े-बड़े लोग करते है अपनी डाइट में शामिल, जाने इस सब्जी के फायदे।

नमस्ते दोस्तों आज आपके लिए फिर से एक बार हमने नागिन जैसी श्रीलंका की सबसे मशहूर सब्जी लेकर आए शायद आपने इस मशहूर सब्जी के बारे में कभी सुना होगा क्योंकि जब यह उठाती है तो एकदम नागिन की तरह तेरी मेरी होती है और दिखने में एकदम हरि रहती है जो की एक हरी नागिन की तरह दिखाई पड़ती है और आपको बता दें कि विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है इस सब्जी को इसकी जड़े विशेष रूप से औषधि गुना के लिए जानी जाती है और इसका उपयोग शारीरिक ताकत और प्रजनन स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा को बढ़ाने में किया जाता सतावर की खेती एक लाभदायक कृषि व्यवसाय है खासकर उन क्षेत्रों में जहां इसकी उच्च मांगे शतावर की खेती करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जाता है चलिए जानते हैं कि किस तरह से किस शतावर सब्जी की खेती कर रहे हैं।

शतावर सब्जी

शतावर सब्जी की खेती करने के लिए सबसे पहले आपको जल और स्थान का काफी अच्छा चयन करना चाहिए शतावर की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय और जलवायु अनुकूल होती है इसका पौधा सामान्य 10 सेल्सियस से 40 सेल्सियस के तापमान में तक सहन कर सकता है यह पौधा लगभग हर तरह की मिट्टी में उड़ सकता है लेकिन बुवाई दोमट मिट्टी और जिसमें जल निकास हो सके और जिसमें अच्छे से इसका विकास हो सके शतावर के पौधों को अच्छी धूप और आवश्यकता होती है लेकिन अत्यधिक गर्मी में हल्की छाया बेहतर होती है नहीं तो पौधे को खराब होने का ज्यादा खतरा बना रहता है शतावर की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी अच्छी जल निकास वाली उपजाऊ मिट्टी का उपयोग होता है इसके पीएच मान की बात की जाए तो पीएच मान 6.5 से 8.0 के बीच में होना चाहिए खेत को 2 से 3 बार अच्छी तरह जुटाए कर तैयार कर लेना चाहिए ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए और उसका विकास अच्छे से हो सके खेत की जुताई के बाद भूमि को समतल कर लें और इसमें गोबर की खाद और जैविक खाद और अन्य खाद और वर्गी कंपोस्ट का प्रयोग करें जिससे मिट्टी उपजाऊ बन जाए प्रति हेक्टर 15 से 20 तक जैविक खाद का प्रयोग किया जाता हैऔर आपको बता दें शतावर की खेती बीजों और जड़ों के द्वारा किया जाता है हालांकि कंद से खेती करना ज्यादा लाभकारी और तेज होता है बीजों को पहले नर्सरी में उगाया जाता है उसके बाद खेतों में लगाया जाता है पर कंद से खेतों को तैयार करना काफी ज्यादा आसान होता है और ज्यादा जल्दी आपको परिणाम भी मिलता है और आपको बता दें इन सब्जी को उगाने में करीबन 1 साल का समय लगता है।

आमदनी कितनी होगी

कमाई की बात की जाए तो इसमें शतावर की सब्जी में काफी अच्छी आपकी कमाई होगी और जैसा कि आपको बता दे कुल लागत की बात की जाए तो 125000 प्रति एकड़ में लागत आएगी और आप एक ही एकड़ में काफी अच्छा पैसा कमा सकते हो एक एकड़ में आप आराम से सुखी शतावर की कीमत 200 से 400 प्रति किलो रहती है तो प्रति हेक्टेयर की आय 3 लाख से 6 लाख तक हो सकती है मुनाफा आपका और आपको बता दें कि आप धीरे-धीरे अपना कमाई और भी इसी से बढ़ा सकते हैं और आपको बता दें आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है आपको सिर्फ एक बार मेहनत करने की जरूरत है और फिर आपको प्रॉफिट पर प्रॉफिट देखने को मिलेगा।

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