भारत का सबसे फेमस Business, जिसकी खेती में आपको 10 लाख का जबरदस्त होगा प्रॉफिट, जाने इस Business का नाम।
नमस्ते दोस्तों आज आपके लिए चाय पत्ती की एकदम प्रमुख खेती के बारे में बात करने जा रहे हैं भारत में प्रमुख व्यापारिक कृषि का एक हिस्सा है यह खेती मुख्य रूप से असम पश्चिम बंगाल और केरल और तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में की जाती है भारत विश्व की चाय उत्पादन में अग्रणी देश में से एक है और आपको बता दें कि भारतीय चाय की दुनिया भर में बड़ी मांगे जगह-जगह आप देख तो भारत के हर एक घर में सुबह से लेकर शाम तक चाय का सिलसिला चलता रहता है और भारत को छोड़िए अलग देश में जैसे बाहर के देशों में भी चाय को काफी ज्यादा महत्व दिया जाता है चाय की खेती के लिए उचित जलवायु मिट्टी और देखभाल की काफी ज्यादा आवश्यकता होती चलिए जानते हैं किसान इससे चाय पत्ती की खेती करके किस तरह से अच्छा खासा प्रॉफिट ग्रीन कर रहे हैं।
चायपत्ती की खेती
चाय पत्ती की खेती करने के लिए आपको सबसे पहले चाय की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु उपयुक्त होती है। और इस खेती के लिए रोजाना बारिश जैसे की (1200 से 2500 मिमी) और 20 सेल्सियस से 30 सेल्सियस तक का तापमान ज्यादा जरूरी होता है ऊंचे क्षेत्रों में चाय की पौध बेहतर होते हैं जैसे हिमाचल में ताली है कि क्षेत्र में ऊंचाई पर ठंडी जलवायु और अच्छी जल निकास चाय के पौधे के लिए आवश्यक होती है चाय के पौधे सीधे धूप में उगते हैं लेकिन कभी-कभी हल्की छाया भी फायदेमंद होती है चाय के लिए अम्लीय गहरी भुरभुरी और जैविक पदार्थ से भरपूर मिट्टी का आवश्यक होता है इसका पीएच मान 5.4 से 5.5 के बीच में होना चाहिए खेत की खेत की तैयारी के लिए गहरी जुताई करनी होती है ताकि मिट्टी की खेती जल निकास में हो सके चाय की पट्टी को उगाने में करीबन 8 से 9 महीने का समय लगता है उसके बाद आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
कमाई कितनी होगी
चाय पत्ती की खेती से होने वाली कमाई ज्यादातर कारकों पर निर्भर करती है जैसे की खेती का क्षेत्र उत्पादन और उसके गुणवत्ता और बाजार में कितनी उसकी मांग है और अच्छी किसने की चाय पत्ती का चैन इन सब पर भी उसका लाभ का निर्भर करता है चाय के पौधे का सामान्य हर साल लगभग 500 से 1000 किलोग्राम हरी चाय पत्ती एक्टर प्राप्त होती है अच्छे प्रबंधन और देखभाल से उत्पादन बढ़ सकता है और प्रति हेक्टर 2000 से 3000 किलो ग्राम तक हरी पत्तियां प्राप्त की जा सकती हैं तो अगर आप एक एकड़ से लेकर 2 एकड़ में भी अगर चाय पत्ती की खेती करते हैं तो आपको काफी अच्छा प्रॉफिट देखने को मिलेगा और जैसा कि आपको बता दे जितनी अच्छी चाय पत्ती क्वालिटी रहेगी उतना ज्यादा आपको प्रॉफिट उसे मिलेगा और लागत की बात की जाए तो चाय की खेती की शुरुआती लागत नियमित रखरखाव का खर्च शामिल होता है चाय की नर्सरी वृक्षारोपण और खेत की तैयारी के लिए शुरुआती निवेश प्रति एक्टर 50000 से 1 लाख हो सकता है और यह पैसा एक बार लगाने पर आपको इसका डबल प्रॉफिट देखने को मिलता है जैसे कि आपको दो से 5 लाख तक का प्रॉफिट होगा सिर्फ एक एकड़ की जमीन पर तो शुरू कीजिए इस फसल की खेती और कमाई लाखों का मुनाफा।
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