सरसों की ये किस्म की खेती से होगी झोला भर कमाई, सरसों की 28 क्विंटल उत्पादन देने वाली किस्म के बारें में।
आज आपके लिए सरसों की फसल की खेती की बात करने आपके लिए आर्टिकल में लेकर आए सरकार भी दे रही है सब्सिडी और लोग कमा रहे हैं सरसों की फसल की खेती से तगड़ा मुनाफा अभी स्पेशल की खेती करके आप काफी अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं और अपने घर की आरती की स्थिति को एकदम बढ़िया कर सकते हैं तो चलिए शुरू कीजिए फसल की खेती जिससे आपको होगा काफी अच्छा मुनाफा।
सरसों की खेती कैसे की जाती है
सरसों की खेती के लिए ठंडी और शुष्क जलवायु उपयुक्त होती है। इसे रबी की फसल के रूप में उगाया जाता है। सरसों के बीज के अंकुरण के लिए 10-25°C तापमान अच्छा माना जाता है, जबकि पौधों की वृद्धि के लिए 18-25°C तापमान उचित होता है। परिपक्वता के समय कम तापमान और सूखी स्थिति सर्वोत्तम होती है। हल्की दोमट, बलुई दोमट और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सरसों की खेती के लिए उत्तम होती है। मिट्टी का पीएच मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए। अच्छी उपज के लिए जैविक तत्वों से भरपूर मिट्टी बेहतर होती है। सरसों की बुवाई का आदर्श समय अक्टूबर के मध्य से नवंबर के मध्य तक होता है। समय से बुआई करने पर फसल का अच्छा उत्पादन मिलता है। अगर तापमान ज्यादा हो या अत्यधिक ठंड हो, तो बुवाई में थोड़ा बदलाव किया जा सकता है, लेकिन नवंबर के अंत तक बुवाई करनी चाहिए। सरसों की खेती के लिए अच्छी मात्रा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश की जरूरत होती है। प्रति हेक्टेयर 40-50 किलो नाइट्रोजन, 20-30 किलो फॉस्फोरस, और 15-20 किलो पोटाश की मात्रा उपयुक्त रहती है। जैविक खाद (गोबर की खाद या कम्पोस्ट) का उपयोग करना फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाने में मददगार होता है।
कमाई कितनी होगी
इस फसल की खेती से आपको कई गुना पैसा कमाने को मिलेगा। आप इस फसल की खेती एक से दो एकड़ में भी कर सकते है। जैसा की आपको बता दे यहां हम 1 हेक्टेयर (10,000 वर्ग मीटर) जमीन में सरसों की खेती का उदाहरण लेंगे। सरसों की औसत उपज 15-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है, जो मिट्टी की गुणवत्ता, खेती की तकनीक, और जलवायु पर निर्भर करती है। यदि अच्छे प्रबंधन और उन्नत किस्मों का उपयोग किया जाता है, तो औसतन 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज मिल सकती है। सरसों के बीज का बाजार मूल्य मौसम और स्थान के अनुसार बदलता रहता है। आम तौर पर, सरसों का औसत मूल्य 4,000 से 6,000 रुपये प्रति क्विंटल के बीच होता है। यहां हम प्रति क्विंटल 5,000 रुपये का औसत बाजार मूल्य मानते हैं। इस फसल की खेती से आपको कई गुना पैसा कमाने को मिलेगा। आप इस फसल की खेती एक से दो एकड़ में भी कर सकते है। जैसा की आपको बता दे यहां हम 1 हेक्टेयर (10,000 वर्ग मीटर) जमीन में सरसों की खेती का उदाहरण लेंगे। सरसों की औसत उपज 15-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है, जो मिट्टी की गुणवत्ता, खेती की तकनीक, और जलवायु पर निर्भर करती है। यदि अच्छे प्रबंधन और उन्नत किस्मों का उपयोग किया जाता है, तो औसतन 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज मिल सकती है। सरसों के बीज का बाजार मूल्य मौसम और स्थान के अनुसार बदलता रहता है। आम तौर पर, सरसों का औसत मूल्य 4,000 से 6,000 रुपये प्रति क्विंटल के बीच यदि 1 हेक्टेयर में 20 क्विंटल उपज मिलती है और प्रति क्विंटल का मूल्य 5,000 रुपये है, तो कुल आय होगी:होता है। यहां हम प्रति क्विंटल 5,000 रुपये का औसत बाजार मूल्य मानते हैं। इस फसल में आपको महीने का करीबन 50 से 60 हजार रूपये देखने को मिलेगा।