बिजली की तरह आयेगी आपकी जवानी, चेहरे पर रहेगी चमक, शुरू करे अपनी डाइट में, जाने इस फसल की खेती।
केसुसु फल, जिसे हम आमतौर पर “केसव” या “कसावा” के नाम से जानते हैं, एक प्रकार का कंदमूल होता है। इसे कई देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे कि युक्का या कासावा। यह मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में खाया जाता है। केसुसु फल का उपयोग कई प्रकार से किया जाता है। इसे पकाकर या भाप में पका कर खाया जाता है, और इससे आटा भी बनाया जाता है। इसमें उच्च कार्बोहाइड्रेट होता है और यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है।
केसुसु फल का उपयोग
केसुसु फल को सीधे उबालकर, भाप में पकाकर या तलकर खाया जा सकता है। इसे विभिन्न प्रकार के सूप और स्ट्यू में डाला जाता है। इसे काटकर तलने पर कुरकुरी स्नैक्स बनते हैं, जैसे कि केसुसु चिप्स। केसुसु फल को सुखाकर पीसने से एक बारीक आटा मिलता है, जिसका उपयोग रोटी, पैनकेक और विभिन्न बेक्ड उत्पादों में किया जाता है। यह ग्लूटेन-मुक्त होता है, इसलिए इसे ग्लूटेन असहिष्णुता वाले लोगों के लिए आदर्श माना जाता है। केसुसु से निकले स्टार्च को टापिओका के रूप में प्रयोग किया जाता है, जो बबल टी और अन्य मिठाइयों में लोकप्रिय है। इसे पशु आहार के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। केसुसु फल कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है और इसमें विटामिन सी, फाइबर और मिनरल्स भी होते हैं।
केसुसु फल के लाभ
केसुसु फल में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसमें विटामिन सी, बी6, थियामिन, राइबोफ्लेविन और फोलिक एसिड जैसे पोषण तत्व होते हैं। यह पाचन में सहायता करता है और आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह एक ग्लूटेन-मुक्त खाद्य पदार्थ है, इसलिए इसे सीलियक रोग या ग्लूटेन असहिष्णुता वाले लोगों के लिए उपयुक्त माना जाता है। फाइबर की उपस्थिति हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसकी उच्च फाइबर सामग्री इसे भरा हुआ महसूस कराने में मदद करती है, जिससे अधिक खाने से बचा जा सकता है। विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। केसुसु फल का सेवन त्वचा की सेहत में सुधार लाने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है।