खेती के मामले में अंधाधुंध कमाई करा देगी ये फसल, बैंक भरेंगे पैसो से, पढ़िए इस फसल के बारे में।
हेलो साथियों आप लोगों का साथ इस आर्टिकल में बने रहे इसलिए आज आपके लिए हम लेकर आए अंधाधुन कमाई कर देने वाली फसल बैंक भरेगी पैसों से संभाले समझा नहीं जाएगा पैसा ऐसी पसंद नहीं कर रहे हैं इस पसंद का नाम बादाम की फसल है बना मैं एक ड्राई फ्रूट है जो की बहुत ही ज्यादा महंगा भी बिकता है इसे ड्राई फ्रूट की खेती कर काफी अच्छा पैसा गो कर सकते हैं चलिए जानते हैं कि बादाम की खेती से कमाई कितनी होगी और कैसे खेती होती है और कब होती है।
कमाई कितनी होगी
बादाम की खेती आप 1 से 2 एकड़ में भी करके काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं एक से दो एकड़ में आपको करीबन महीने का 50 से ₹60000 प्रॉफिट देखने को मिलेगा जो कि आप आराम से कमा सकते हैं और उसके बाद आपको बता दे एक किलो बादाम की कीमत की बात की जाए तो पहचान में 800 से ₹900 किलो मिलता है तो जिस वजह से आप इस बादाम की खेती करके काफी अच्छे प्रॉफिट कमा सकते तो शुरू कीजिए बादाम की खेती।
जैसा कि आपको बता दो बादाम की खेती से कमाई काफी अच्छी खासी हो सकती बादाम के दिमाग देश भर में है और हर मौसम में रहती हो सबसे खास बात की देश को छोड़ें विदेश में भी बादाम की डिमांड काफी ज्यादा रहती है यह सही है प्लीज काफी ज्यादा लाभकारी होता है यह ड्राई फ्रूट और दही तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी इसका काफी ज्यादा उपयोग किया जाता है बादाम खाने से याददाश्त बेहतर होती है लेकिन क्या आप सभी किसान इसकी खेती कर सकते हैं क्योंकि इसमें कमाई तो ज्यादा है लेकिन ऐसा नहीं है बनाने की खेती करने के लिए आपको सही समय के साथ सही तरीका भी पता होना चाहिए तो चलिए हम जानते कि बदन की खेती कब होती है और क्या तरीका होता है मकान की खेती करने का।
बादाम की खेती की प्रकिया
- खेत तैयार करना: बादाम की खेती के लिए खेत को दो-तीन बार जुताकर तैयार किया जाता है. इससे पुरानी फसलों के
- बादाम की खेती करने से पहले हमें मिट्टी की भी जांच करने कर लेनी चाहिए। जिसमें आपको बता दे की बादाम की खेती के लिए दोमट और गहरी मिट्टी बढ़िया मानी जाती है।
अवशेष और खरपतवार निकल जाते हैं. इसके बाद, मिट्टी को भुरभुरी बनाकर पाटा लगाकर समतल किया जाता है. - गड्ढे तैयार करना: खेत में पौधे लगाने के लिए गड्ढे तैयार किए जाते हैं. ये गड्ढे 5 से 6 मीटर की दूरी पर होने चाहिए।
- वहीं सिंचाई पर भी आपको ध्यान देना होगा। जिसमें बादाम की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि ड्रिप इरीगेशन तकनीक से सिंचाई करना बेहतर होता है।
- गड्ढों में खाद डालना: गड्ढों में ढेर सारी गोबर की खाद और केंचुए की खाद डाली जाती है.
- पौधे लगाना: बादाम के पौधे किसी भी नर्सरी से तैयार कराए जा सकते हैं।
- बादाम की खेती ठंड में की जाती है और पतझड़ के समय तुड़ाई होती है। लेकिन बादाम के पौधे तैयार होने में लंबा वक्त लगता है।
- सिंचाई: बादाम की सिंचाई के लिए ड्रिप इरीगेशन तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- तुड़ाई बादाम की तुड़ाई फरवरी से अप्रैल के बीच की जाती है. जब फल फटने लगते हैं, तब उनकी तुड़ाई की जाती है.
- बादाम की खेती कहां होती है: भारत में बादाम की खेती ठंडे प्रदेशों, जैसे जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, हिमांचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश के पहाड़ी भागों में होती है. केरल के कुछ हिस्सों में भी इसकी खेती की जाती है।
- जिसमें बताया जाता है कि 6 से 7 साल बाद यह फल देता है और फिर एक बार फूल लगे तो 8 महीने इसे फल बनने में लग जाता है।
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